सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कालेजों में भी परीक्षा की होगी वेबकास्टिंग, मनमानी पर लगेगी रोक
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की परीक्षा में इस बार मनमानी नहीं चलेगी। विवि प्रशासन परीक्षा की सीधे निगरानी करेगा। इसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों को वायस रिकार्डर सहित राउटर लगाने का निर्देश दिया है। परीक्षा केंद्रों ने सेंटर बचाने के लिए वायस रिकार्डर और राउटर लगाने का काम तेज कर दिया है।
महराजगंज जिले में 67 महाविद्यालय हैं। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय ने इनमें से सिर्फ 47 महाविद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाया है। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए इन केंद्रों को सभी कक्ष में सीसीटीवी कैमरा, वायस रिकार्ड के साथ राउटर लगाने का निर्देश दिया है। इन सुविधाओं से युक्त महाविद्यालय ही परीक्षा करा पाएंगे। बुधवार को महराजगंज पीजी कालेज में वायस रिकार्डर लगाने का काम पूरा कर लिया गया।
पन्ना पलटने की आवाज भी सुन लेंगे विवि के जिम्मेदार
परीक्षा कक्ष में लगे वायस रिकार्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरा राउटर से जुड़े हैं। ये राउटर विवि राउटर से लिंक होंगे। ऐसे में परीक्षा कक्ष में उत्तर पुस्तिका का पन्ना पलटने की आवाज भी विवि प्रशासन के जिम्मेदार सुन सकेंगे।
राउटर नहीं लगाया तो केंद्र हो जाएगा निरस्त
सिद्धार्थ विवि ने परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया है। 29 फरवरी से परीक्षा शुरू होगी। ऐसे में 25 फरवरी तक परीक्षा केंद्रों को वायस रिकार्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरा और राउटर लगाकर इसकी रिपोर्ट विवि प्रशासन को देनी है। निर्धारित तिथि तक रिपोर्ट नहीं मिलने पर परीक्षा केंद्र स्वत: निरस्त हो जाएगा।
25 फरवरी तक परीक्षा केंद्रों को वायस रिकार्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरा और राउटर लगवाकर उसकी रिपोर्ट विवि को उपलब्ध करानी है। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है।